IndiQube Spaces IPO: जानिए इस वर्कस्पेस स्टार्टअप के IPO से जुड़ी हर जरूरी जानकारी!

भारत में coworking और फ्लेक्सिबल ऑफिस स्पेस का ट्रेंड लगातार बढ़ रहा है। इसी सेगमेंट में तेजी से आगे बढ़ रही कंपनी IndiQube Spaces अब IPO लाकर निवेशकों को एक नया मौका देने जा रही है। अगर आप भी इस IPO में निवेश की सोच रहे हैं, तो नीचे दी गई सभी जरूरी जानकारियों को ध्यान से पढ़ें।

कंपनी प्रोफाइल: IndiQube Spaces क्या करती है?

  • स्थापना वर्ष: 2015
  • संस्थापक: Rishi Das और Meghna Agarwal
  • मुख्यालय: बेंगलुरु
  • सेवाएं: स्टार्टअप्स, MSMEs और एंटरप्राइजेज के लिए फ्लेक्सिबल ऑफिस स्पेस
  • शहर: बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, नोएडा, चेन्नई, गुरुग्राम आदि
  • कवरेज: 70 लाख+ स्क्वेयर फीट, 80+ लोकेशन्स
IndiQube Spaces IPO

कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस (FY 2022–25)

वित्त वर्षकुल राजस्व (₹ करोड़)ऑपरेशन से राजस्व (₹ करोड़)शुद्ध नुकसान (₹ करोड़)
FY 2022–23601.28 (₹6.01 अरब)601.28198.11 (नुकसान)
FY 2023–24867.66 (₹8.676 अरब)830.57341.50 (नुकसान)
FY 2024–251,102.93 (₹11.03 अरब)1,059.29139.61 (नुकसान)

IPO से जुड़ी मुख्य जानकारी:

घटकविवरण
IPO का प्रकारBook Built Issue
ओपनिंग डेटअगस्त 2025 (अनुमानित)
प्राइस बैंड₹130 – ₹145 (अनुमानित)
लॉट साइज100 शेयर
न्यूनतम निवेश₹13,000 – ₹14,500 (अनुमानित)
इश्यू साइज₹550 करोड़ (Fresh + OFS)
NSE/BSE लिस्टिंगहां
लीड मैनेजरICICI Securities, Axis Capital (संभावित)
मुख्य बिंदु:
  • FY 2023 में ₹601 करोड़ का राजस्व, FY 2024 तक बढ़कर ₹868 करोड़, और FY 2025 में ₹1,103 करोड़ तक पहुंचा।
  • शुद्ध घाटा FY 2023 में ₹198 करोड़, FY 2024 में ₹341.5 करोड़, और FY 2025 में ₹139.6 करोड़ रहा।
  • FY 2025 में घाटा घटा (नेगेटिव में) – यह परिचालन सुधार और लागत नियंत्रण का संकेत है।
IPO से जुड़ी ज़रूरी तारीखें:
  • रजिस्ट्रेशन और बिडिंग: 22–25 जुलाई 2025
  • अलॉटमेंट व रिफंड: 28–29 जुलाई 2025
  • लिस्टिंग: 30 जुलाई 2025
  • UPI मेंडेट बंद: 11 अगस्त 2025
  • Anchor निवेशकों का लॉक‑इन अवधि: 27 अगस्त एवं 26 अक्टूबर 2025
IPO का उद्देश्य:
  • नई ऑफिस फैसिलिटीज खोलना
  • कर्ज चुकाना
  • टेक्नोलॉजी अपग्रेड करना
  • वर्किंग कैपिटल को मजबूत करना
निवेश करने के फायदे:
  • coworking इंडस्ट्री में बढ़ती मांग
  • स्केलेबल और एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल
  • लगातार बढ़ता राजस्व
  • स्टार्टअप इकोसिस्टम में गहरी पकड़
निवेश से जुड़े जोखिम:
  • प्रतियोगिता बेहद कड़ी (WeWork, Awfis, आदि से)
  • प्रॉफिटबिलिटी अब भी सीमित
  • रियल एस्टेट मार्केट में उतार-चढ़ाव
विशेषज्ञों की राय:

अगर आप मिड-टू-लॉन्ग टर्म के निवेशक हैं और नए जमाने के बिजनेस मॉडल्स में भरोसा रखते हैं, तो यह IPO एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले DRHP डॉक्युमेंट और कंपनी की बैलेंस शीट जरूर देखें।

Disclaimer:

1. यह लेख केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी हेतु है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
2. IPO से जुड़ी जानकारी DRHP और सेबी के पोर्टल पर उपलब्ध आधिकारिक डेटा पर आधारित होनी चाहिए।

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