ऑस्ट्रेलिया का ‘क्लाइमेट वीजा’: सिर्फ ₹1400 में, जानें कौन उठा सकता है इसका लाभ

क्लाइमेट वीजा क्या है?
- यह वीजा उन देशों के नागरिकों को दिया जा रहा है जो जलवायु परिवर्तन के कारण अपने देश से विस्थापित होने के कगार पर हैं।
- ऑस्ट्रेलिया ने प्रशांत महासागर के द्वीप राष्ट्रों की मदद के लिए यह पहल की है।
- इस वीजा की फीस सिर्फ ₹1400 (भारतीय रुपये के अनुसार) है।
- वीजा धारकों को स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और नौकरी करने का अधिकार मिलेगा, ठीक ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की तरह।
यह वीजा किन लोगों को मिलेगा?
- फिलहाल यह वीजा टुवालु (Tuvalu) देश के नागरिकों को मिलेगा।
- ऑस्ट्रेलिया में स्थायी रूप से बसने के लिए टुवालु की ग्रीन जोन की आबादी को प्राथमिकता दी जा रही है।
- टुवालु और ऑस्ट्रेलिया के बीच समझौते के बाद इस वीजा की मांग में तेजी आई है।
टुवालु क्यों कर रहा है आवेदन?
- टुवालु की आबादी लगभग 11,000 है और यह देश समुद्री जलवायु परिवर्तन की वजह से डूबने की कगार पर है।
- वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2050 तक देश का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो जाएगा।
- इससे पहले टापू के कई हिस्से समुद्र में समा चुके हैं।
- कुल 4052 योग्य नागरिकों में से सिर्फ 280 लोगों को ही यह वीजा दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया:
ऑस्ट्रेलिया पहला देश है जिसने कानूनी रूप से माना कि जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री देशों का अस्तित्व खतरे में है, लेकिन टुवालु एक सार्वभौमिक राष्ट्र के रूप में बना रहेगा।
Disclaimer:
- यह जानकारी सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है और किसी आधिकारिक सरकारी वेबसाइट से पुष्टि अनिवार्य है।
- वीजा प्रक्रिया समय और पात्रता के अनुसार बदल सकती है, कृपया आवेदन करने से पहले प्रामाणिक स्रोत से जांच करें।