Last Day 26x सब्सक्राइब! क्या Regaal Resources IPO देगा 31% रिटर्न?

Regaal Resources IPO सब्सक्रिप्शन में धमाल: आखिरी दिन तक 26.41 गुना ओवरसब्सक्राइब!

  • रिटेल निवेशकों की भरमार: रिटेल कैटेगरी में 21.86 गुना सब्सक्रिप्शन, जिसमें 22.95 करोड़ शेयर के बिड्स लगे (कुल मूल्य ₹2,341 करोड़)।
  • HNI का जोर: NII कैटेगरी (हाई-नेट वर्थ इंडिविजुअल) 67.77 गुना सब्सक्राइब हुई, जबकि QIB (इंस्टीट्यूशनल निवेशक) 3.36 गुना।
  • कुल आवेदन: IPO को 13.28 लाख इन्वेस्टर्स ने अप्लाई किया, जो इसकी लोकप्रियता का सबूत है।

Regaal Resources IPO GMP का रोमांचक सफर: ₹32 पर स्थिर!

  • लिस्टिंग गेन का अनुमान: GMP (Grey Market Premium) ₹32 के साथ लिस्टिंग प्राइस ₹134 (अपर बैंड ₹102 से 31.37% ऊपर) होने की उम्मीद।
  • बदलाव का ग्राफ: GMP पिछले सप्ताह ₹16 से शुरू होकर ₹32 तक पहुँचा, जिसमें सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन स्थिरता दिखी।
  • क्यों मजबूत है GMP?
    • कंपनी का स्ट्रेटेजिक लोकेशन (बिहार में मक्का उत्पादन क्षेत्र के नजदीक)।
    • सरकारी सब्सिडी (बिहार इंडस्ट्रियल पॉलिसी के तहत 100% ब्याज सहायता)।

फाइनेंशियल हेल्थ: मुनाफा 115% बढ़ा, लेकिन कर्ज भी ज्यादा!

पैरामीटरFY2025FY2024ग्रोथ
रेवेन्यू (₹ करोड़)917.58601.08+52.6%
नेट प्रॉफिट (₹ करोड़)47.6722.14+115%
कुल कर्ज (₹ करोड़)507.05357.21बढ़ा

मुख्य चिंताएँ:

  1. कर्ज का बोझ:
    • डेट-टू-इक्विटी रेशियो 2.08, जो इंडस्ट्री औसत (1.5) से 38% ज्यादा
    • ब्याज भार में 47% वार्षिक वृद्धि
  2. ग्राहक निर्भरता:
    • टॉप 10 ग्राहकों पर 50% से अधिक आय निर्भर
    • नेपाल-बांग्लादेश एक्सपोर्ट पर 65% फोकस
  3. कच्चे माल का जोखिम:
    • मक्का कीमतों में 2024-25 में 22% उतार-चढ़ाव
    • 83% सप्लाई सिर्फ 10 सप्लायर्स से
  4. कैश फ्लो समस्या:
    • वर्किंग कैपिटल साइकल 48 दिनों का
    • पिछले 2 साल में नेगेटिव ऑपरेटिंग कैश फ्लो

कंपनी की ग्रोथ स्ट्रेटजी: कैपेसिटी डबल करने की योजना!

  • वर्तमान क्षमता: 750 टन प्रतिदिन (TPD) मक्का प्रोसेसिंग।
  • भविष्य की योजना: 2027 तक कैपेसिटी बढ़ाकर 1,650 TPD करने का लक्ष्य।
  • एक्सपोर्ट मार्केट: नेपाल, बांग्लादेश और मलेशिया को निर्यात, जहाँ डिमांड 4.48% CAGR से बढ़ रही है।

रिस्क फैक्टर्स: एक प्रमोटर पर आपराधिक मामला!

  • कानूनी समस्याएँ: एक प्रमोटर पर आपराधिक मामला चल रहा है, जिससे कंपनी की छवि को खतरा 2।
  • ऑपरेशनल चुनौतियाँ:
    • 83% मक्का सप्लाई सिर्फ टॉप 10 सप्लायर्स से, कोई लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट नहीं।
    • बिहार में एक ही प्लांट, जिससे लोकल डिस्टरबेंस का रिस्क।

आगे का रोडमैप: अलॉटमेंट से लिस्टिंग तक!

  • अलॉटमेंट डेट: 18 अगस्त 2025 (MUFG इंटाइम की वेबसाइट पर स्टेटस चेक करें)।
  • लिस्टिंग डेट: 20 अगस्त 2025 (BSE/NSE पर)।
  • एंकर इन्वेस्टर्स: आईपीओ से पहले ही ₹91.80 करोड़ के शेयर 10 एंकर इन्वेस्टर्स को आवंटित।

क्या करें निवेशक? एक्सपर्ट्स की राय

  • पॉजिटिव सिग्नल:
    • P/E रेशियो 17.58, जो पीयर कंपनी Gulshan Polyols (43.75) से कम।
    • बिजनेस मॉडल में सस्टेनेबिलिटी (जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट)।
  • सतर्कता की सलाह:
    • मारवाड़ी शेयर्स जैसे ब्रोकरेज ने “कैश फ्लो इश्यू” को देखते हुए सावधानी बरतने को कहा।

Disclaimer: निवेश संबंधी निर्णय लेने से पहले SEBI-पंजीकृत सलाहकार से परामर्श करें। आईपीओ बाजार जोखिमों के अधीन है, और पिछला प्रदर्शन भविष्य के परिणामों का संकेत नहीं है।

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