भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने SME (Small and Medium Enterprises) IPO के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं जो निवेशकों की सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से लागू किए गए हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये नए नियम:

1 जुलाई 2025 से लागू
1. न्यूनतम निवेश राशि ₹2 लाख
अब SME IPO में आवेदन करने के लिए निवेशकों को कम से कम ₹2,00,000 का निवेश करना होगा। इसका उद्देश्य केवल गंभीर और दीर्घकालिक निवेशकों को आकर्षित करना है, जिससे IPO में अधिक स्थिरता बनी रहे।
2. ऑफर फॉर सेल (OFS) की सीमा
नए नियमों के अनुसार, IPO में प्रमोटर और मौजूदा शेयरधारक केवल अधिकतम 20% हिस्सेदारी ही ऑफर फॉर सेल के तहत बेच सकते हैं। इसका मतलब यह है कि कंपनी के प्रमोटर तुरंत पूरी हिस्सेदारी नहीं बेच पाएंगे — जिससे कंपनी में उनका दीर्घकालिक जुड़ाव बना रहेगा।
3. पारदर्शिता और भरोसेमंद मूल्यांकन
SEBI ने SME कंपनियों के लिए स्ट्रिक्ट ड्यू डिलिजेंस प्रक्रिया और बेहतर खुलासे (disclosures) की आवश्यकता रखी है। इससे निवेशकों को कंपनियों की वित्तीय स्थिति और संभावनाओं को सही ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
4. रिटेल निवेशकों की सुरक्षा
नए दिशा-निर्देश यह सुनिश्चित करते हैं कि IPO प्रक्रिया पारदर्शी हो और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या गुमराह करने वाली गतिविधियों से निवेशकों को बचाया जा सके।
निष्कर्ष: SEBI के ये कदम SME IPO को ज्यादा भरोसेमंद और स्थिर बनाने की दिशा में एक मजबूत पहल हैं। इससे न केवल निवेशकों को लाभ होगा, बल्कि कंपनियों को भी लंबी अवधि में गुणवत्ता वाले निवेशकों का साथ मिलेगा।