क्यों है इलायची (‘क्वीन ऑफ स्पाइसेस’) खेती में लाभ?
- ऊँचा रिटर्न और निर्यात संभावनाएँ:
- 2 जुलाई 2025 को स्पाइसेज बोर्ड की नीलामी में औसत भाव ₹2,509–₹2,593 प्रति किग्रा दर्ज हुआ—उच्चतम ₹3,368 तक पहुंचा ।
- कुछ मंडियों में यह ₹3,200–₹3,300/kg तक भी गया ।
- कैसे खिलती है खेती:
- रोपण 3–4 बीघा (~1.2–1.6 एकड़) पर शुरू करें—प्रथम वर्ष में लागत ₹1.2 लाख/एकड़ होती है।
- तीसरे वर्ष का उत्पादन लगभग 145 kg/एकड़; चौथे वर्ष ≈200 kg/एकड़ तक पहुंचता है।
लागत-लाभ अनुमान (₹/एकड़):
वर्ष | निवेश कुल खर्च | उत्पादन (kg) | अपेक्षित रिटर्न (₹1,500–2,500/kg) | लाभ (₹) |
---|---|---|---|---|
1 | ₹1.21 लाख | 0 | 0 | –₹1.21 लाख |
2 | ₹1.21 लाख | ~50 | ₹75,000 | –₹46,000 |
3 | ₹1.21 लाख | ~145 | ₹217,500 | +₹1,55,00 |
4+ | ₹1.21 लाख | ~200 | ₹300,000 | +₹1,79,000 |
(भविष्य की कीमतों से लाभ और अधिक हो सकते हैं—नीचे विवरण देखें)
📌 2025 का मार्केट अपडेट:
2025 की प्रवृत्तियाँ:
- मॉनसून में अनियमित बारिश के कारण कीट व फंगल समस्याएँ बढ़ीं; उत्पादन में अनुमानतः 10–15% कमी आई।
- ग्वाटेमाला की आपूर्ति में गिरावट के कारण भारतीय निर्यातकों को Gulf markets में अवसर; भारत के उत्पादक इस लाभ को उठा रहे हैं।
मंडी रुझान:
- कत्तप्पाना मण्डी (4 जुलाई 2025): ₹2–2.45 लाख/क्विंटल (₹2,000–2,450/kg) ।
- देशव्यापी औसत: ₹1,900–2,600/kg ।
🧭 खेती के मुख्य स्टेप्स:
- नर्सरी + पौधा तैयार करना:
- गमले/राइजोम से कलोन तैयार; जैविक उर्वरक व NPK.
- रोपण (Monsoon में):
- मिट्टी pH 5.5–7, शेड वृक्ष जरूरी; ड्रिप इरिगेशन अपनाएँ।
- फसल प्रबंधन:
- IPM, नीम तेल स्प्रे, ICAR-KVK गाइडलाइंस अपनाएँ।
- हाथ से हल्के भूरे कलियों को तोड़कर 7–10 दिन छाया/मशीन सुखाएँ।
- पैकेजिंग और मार्केटिंग:
- फेम (150–250 kg/एकड़ उत्पादन) के बाद निर्यात हेतु तैयार; Gulf, EU, US में मांग प्रभावित।
🔧 खेती के लिए सुझाव:
- छोटी शुरुआत करें: पहले 1–2 बीघा लगाकर प्रयोग करें।
- तकनीकी सहयोग लें: ICAR/KVK प्रशिक्षण, स्पाइस बोर्ड समर्थन ।
- जैविक एवं छायाधार प्रणाली अपनाएँ।
- मिट्टी जांच और फसल बीमा समय-समय पर कराएँ।