1 जुलाई 2025 से भारत में क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए बड़े बदलाव लागू हो गए हैं। देश के प्रमुख बैंक — HDFC Bank, ICICI Bank, Axis Bank और SBI Card — ने अपने नियमों और शुल्क संरचनाओं में कई अहम परिवर्तन किए हैं। अगर आप भी इन बैंकों के कार्डधारक हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद ज़रूरी है।
🔸 HDFC बैंक क्रेडिट कार्ड: डिजिटल खर्च पर नया शुल्क
अगर आप HDFC कार्ड से महीने में ₹10,000 या उससे अधिक राशि डिजिटल वॉलेट (जैसे Paytm, PhonePe, Amazon Pay) में ट्रांसफर करते हैं, तो अब उस पर 1% चार्ज देना होगा।
साथ ही अगर आप यूटिलिटी बिल, किराया या गेमिंग में ₹50,000 से ज़्यादा खर्च करते हैं, तो ₹4,999 तक के भुगतान पर भी 1% शुल्क लागू होगा।

🔸 ICICI बैंक: ATM और IMPS चार्जेस में बदलाव
मेट्रो शहरों में अब सिर्फ 5 फ्री ATM ट्रांजैक्शन मिलेंगे, उसके बाद ₹23 प्रति ट्रांजैक्शन देना होगा।
IMPS ट्रांसफर पर भी नई स्लैब आधारित चार्जिंग लागू हुई है — जैसे ₹1,00,000 से ₹5,00,000 के बीच ट्रांसफर पर ₹15 शुल्क।
🔸 Axis बैंक: अन्य बैंकों के ATM पर चार्ज
Axis कार्डधारकों को अब मुफ्त सीमा के बाद अन्य बैंक के ATM पर प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर ₹23 शुल्क देना होगा।
🔸 SBI कार्ड: बीमा कवर और भुगतान नियम बदले
SBI ने 15 जुलाई 2025 से सभी क्रेडिट कार्ड्स पर मिलने वाला एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस बंद कर दिया है। अब यह केवल चुनिंदा प्रीमियम कार्ड्स पर मिलेगा।
साथ ही, अब EMI पर भी MAD (Minimum Amount Due) की गणना में प्रोसेसिंग चार्ज और GST शामिल होगा, जिससे EMI ग्राहकों को हर महीने ज्यादा न्यूनतम राशि चुकानी होगी।

ग्राहकों के लिए ज़रूरी सुझाव:
- हर महीने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ें।
- HDFC कार्ड से वॉलेट रिचार्ज करते समय सावधानी रखें।
- अपने शहर की ATM ट्रांजैक्शन लिमिट जानें।
- IMPS की जगह UPI जैसे मुफ्त विकल्प को प्राथमिकता दें।
- SBI कार्ड का बीमा कवर 15 जुलाई से पहले चेक करें।
निष्कर्ष:
क्रेडिट कार्ड के इन नए नियमों का सीधा असर आपके रोजमर्रा के लेन-देन पर पड़ेगा। यदि आप समय रहते इन बदलावों को समझेंगे और अपने खर्चों की योजना बनाएंगे, तो आप अतिरिक्त शुल्क से बच सकते हैं और अपने वित्तीय अनुभव को बेहतर बना सकते हैं।